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रविवार, अप्रैल 22, 2012

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मंगलवार, जून 28, 2011

सोनिया गांधी की यात्रा का खर्च 1850 करोड़ ....


 

इतना खर्चा तो प्रधानमंत्री का भी नहीं है :  पिछले तीन साल में सोनिया की सरकारी ऐश का सुबूत, सोनिया गाँधी के उपर सरकार ने पिछले तीन साल में जीतनी रकम उनकी निजी बिदेश यात्राओ पर की है उतना खर्च तो प्रधानमंत्री ने भी नहीं किया है ..एक सुचना के अनुसार पिछले तीन साल में सरकार ने करीब एक हज़ार आठ सौ अस्सी करोड रूपये सोनिया के विदेश दौरे के उपर खर्च किये है ..कैग ने इस पर आपति भी जताई तो दो अधिकारियो का तबादला कर दिया गया .
अब इस पर एक पत्रकार रमेश वर्मा ने सरकार से आर टी आई के तहत निम्न जानकारी मांगी है : 

  1. सोनिया के उपर पिछले तीन साल में कुल कितने रूपये सरकार ने उनकी विदेश यात्रा के लिए खर्च की है ?
  2. क्या ये यात्राये सरकारी थी ?
  3. अगर सरकारी थी तो फिर उन यात्राओ से इस देश को क्या फायदा हुआ ?
  4. भारत के संबिधान में सोनिया की हैसियत एक सांसद की है तो फिर उनको प्रोटोकॉल में एक राष्ट्रअध्यछ का दर्जा कैसे मिला है ?
  5. सोनिया गाँधी आठ बार अपनी बीमार माँ को देखने न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में गयी जो की उनकी एक निजी यात्रा थी फिर हर बार हिल्टन होटल में चार महगे सुइट भारतीय दूतावास ने क्यों सरकारी पैसे से बुक करवाए ?
  6. इस देश के प्रोटोकॉल के अनुसार सिर्फ प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ही विशेष विमान से अपने लाव लश्कर के साथ विदेश यात्रा कर सकते है तो फिर एक सांसद को विशेष सरकारी विमान लेकर विदेश यात्रा की अनुमति क्यों दी गयी ?
  7. सोनिया गाँधी ने पिछले तीन साल में कितनी बार इटली और वेटिकेन की यात्राये की है ?
  8.  पूरी जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें http://us2.campaign-archive2.com/?u=be006a568d33957570a6f58ca&id=a962855d56&e

सोमवार, मई 09, 2011

क्या  किसी  भी  पार्टी के अध्यक्ष ने ऐसा शपथ पत्र दिया है???
जय भारत, भारत के उत्तरी हिस्से में अपना जनाधार मजबूत करती एक पार्टी जिसका नाम " महान दल" है, के अध्यक्ष श्री केशव देव मौर्य  ने एक शपथ पत्र पूरी जनता में लिख कर दिया है की:
१-अपने जीवन में कभी बेईमानी नहीं करेंगे और भ्रष्टाचार  से मुक्त राजनीती
करेगे.
२-अपनी पार्टी में उसी व्यक्ति पद देंगे जिसका चरित्र  अच्छा होगा, नशा नहीं करता होगा और भ्रष्टाचार का हमेशा विरोध करता रहे; उसमे लिप्त नहो,
३-मै स्वयं और मेरा परिवार किसी प्रकार की कोई संपत्ति अर्जित  नहीं करेंगे, यदि इसी प्रकार के शपथ पत्र सब नेता दे देवे तो स्वामी रामदेवजी की राष्ट्रनीति का  अपने आप पालन होता जायेगा और राष्ट्र बच जायेगा. यही वजह है जो भी इनसे मिलता है, उनसे बहुत ही प्रभवित होता है, इससे निति के बल पर उन्होंने उत्तर भारत में अच्छा जनाधार खडा कर दिया है और करीब 6-8%  वोट आज इनके कब्जे में है. इनके वोट बैंक से प्रभावित होकर एक राष्ट्रीय पार्टी ने इन्हें बहुत बड़ी राशी का लालच  दिया था परन्तु इन करोडो की राशी को इन्होने ठुकरा दिया, आप स्वयं अंदाजा लगा सकते है वह राष्ट्रीय पार्टी कौन सी हो सकती है. भारत के सभी राजनीतिज्ञों को इसी प्रकार सपरिवार शपथ देना चाहिए जिससे की वह वचन में बंधकर निरपेक्ष होकर राष्ट्रनिर्माण में गौरव के साथ भाग ले सके. 


(संलग्न पत्र देंखे)
जय भारत